
75 साल पहले अमेरिका के हाथ लगी थी एलियन की लाश! अब 72 करोड़ रु में बिकने को तैयार
एलियन होते हैं या नहीं, इसे लेकर सालों से बहस चल रही है. इस टॉपिक पर लोग दो गुटों बंटे हैं. एक का कहना है कि एलियन होते हैं तो एक ग्रुप इसे महज कोरी कल्पना मानते हैं. इस बीच न्यू मेक्सिको में 1947 में खींची गई एक तस्वीर ने इन दिनों सनसनी मचाई है. एलियन के पोस्टमार्टम की ये तस्वीर असली है या नहीं, ये भी कंफर्म नहीं है, इसके बावजूद ये तस्वीर पूरे 72 करोड़ रुपए में नीलाम होने को तैयार है.
एलियन के पोस्टमॉर्टम का ये वीडियो नीलामी पर रखा जाएगा. इसकी शुरूआती बोली 72 करोड़ रुपए से होगी. इस ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर में मेज पर एक अजीबोगरीब सा जीव पड़ा दिखाई दे रहा है, जिसे एलियन कहा जा रहा है. फिल्ममेकर का दावा है कि मेडिकल एग्जामिनर के टेबल पर पड़ा ये फिगर एलियन की लाश है जिसकी टीम जांच कर रही थी. दावा किया जाता है कि ये बॉडी तक कब्जे में ली गई थी जब 1947 में न्यू मेक्सिको में एक यूएफओ (UFO) आया था और अमेरिका सरकार ने उसमें से इस एलियन को पकड़ लिया था
17 मिनट के इस एलियन वाले फुटेज को सबसे पहले 28 अगस्त1995 में टीवी पर प्रदर्शित किया गया था. इसे सच या झूठ टैग के साथ रिलीज किया गया था. फुटेज का नाम दिया गया था- “Alien Autopsy: Fact or Fiction”. इस फुटेज को 1992 में एक यूएस मिलिट्री कैमरामैन से लिया गया था. अभी ब्रिट रे सैंटिली ने इसे ऑक्शन पर लगाया है. ब्रिट ने कहा कि उन्होंने इसे फुटेज को 30 साल जिया है.
यूएफओ क्रैश के बाद मिली थी लाश
इस तस्वीर के बारे में कहा जाता है कि 1947 में यूएफओ के क्रैश में इस लाश को बरामद किया गया था. लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस तस्वीर में ,एलियन के राइट पैर में, सिर पर और पेट के पास चोट लग गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी. इसी लाश के पोस्टमॉर्टम के दौरान ये तस्वीरें खींची गई थी.
क्या है फुटेज में?
जिस 17 मिनट के फुटेज को नीलाम किया जा रहा है, उसमें एलियन की लाश के आसपास सफ़ेद रंग के सूट में साइंटिस्ट्स नजर आ रहे हैं. इस फुटेज को 2006 में टेलीकास्ट किया गया था. लेकिन दावा किया जा रहा है कि इसमें कुछ ही फ्रेम थे. लेकिन ऑक्शन में लगाए गए वीडियो में कुछ ऐसे फ्रेम है, जिसे अब तक नहीं देखा गया है. ऑक्शन साइट Rarible का कहना है कि ये फुटेज एलियंस की ऐसी दुनिया दिखाएगा, जिसपर यकीन कर पाना मुश्किल है. हालांकि, यूके के यूएफओ रिसर्चर फिलिप मेंटल के मुताबिक, जो भी इस फुटेज को 72 करोड़ में खरीदेगा वो बेवक़ूफ़ ही होगा.